किसी की "नियत" देखनी हो तो उसे कर्जा देकर देखो। ***
किसी की "फितरत" देखनी हो तो उसे आज़ादी देकर देखो ***
किसी के "गुण" देखने हो तो उसके साथ बैठकर खाओ ***
किसी की "अच्छाई" देखना हो तो उससे सलाह लो ***
किसी की "आदत" देखनी हो तो उसे इज्जत दो ***
किसी का "चरित्र" देखना हो तो उसे अपना राज बताकर देखो ***