Distance Between Sun and Earth in Hanuman Chalisa: कई बार सनातन धर्म को मानने वाले यह क्लैम करते हैं की सनातन धर्म के मानने वाले ऋषियों मुनियों को धरती और सूर्य की दूरी का ठीक ठीक अंदाजा था। आज के इस लेख मे हम Distance Between Sun and Earth in Hanuman Chalisa का fact check करेंगे।
हनुमान चालीसा मे धरती और सूर्य की दूरी: Hanuman Chalisa मे एक चौपाई लिखित है जो लगभग सबने सुनी और पढ़ी होगी।
Table of Contents
“जुग सहस्त्र जोजन पर भानु।
लील्यो ताहि मधुर फल जानू॥”
हनुमान चालीसा मे ४० चौपाइयाँ हैं और जो जिस चौपाई मे Distance Between Sun and Earth in Hanuman Chalisa का जिक्र मिलता है वो अट्ठारहवीं चौपाई है। जैसा की ऊपर दिया गया है।
-: Powerful Hanuman Chalisa Lyrics पढ़ने के लिए यहाँ क्लिक करें :-
हनुमान चालीसा का ये दोहा सूरज और पृथ्वी के बीच की दूरी बताता है. आइए जानते हैं कैसे..
सैंकड़ों साल पहले गोस्वामी तुलसीदास ने हनुमान चालीसा की रचना की थी. हनुमान चालीसा का एक दोहा है, इस दोहे में सूरज और पृथ्वी के बीच की दूरी बताई गई है. आश्चर्य की बात यह है कि इस वक्त विज्ञान ने इतनी तरक्की नहीं की थी और तब भी शास्त्रों में इसकी जानकारी पहले से ही लिखी थी. चलिये हनुमान चालीसा में लिखित इस दोहे को decode करते हैं-
“जुग सहस्त्र जोजन पर भानु.
लील्यो ताहि मधुर फल जानू..”
इसी दोहे में सूरज और धरती के बीच की दूरी बताई गई है. आइए जानते हैं इसका क्या अर्थ है और कैसे इससे सूरज और पृथ्वी के बीच की दूरी पता चलती है.
इस दोहे का अर्थ यह है कि हनुमान जी ने एक युग सहस्त्र योजन की दूरी पर स्थित भानु (सूर्य) को मीठा फल (आम) समझकर खा लिया था.
तो हनुमान चालीसा के अनुसार पृथ्वी और सूर्य की दूरी कितनी है?
हनुमान चालीसा के अनुसार धरती और सूर्य के बीच की दूरी लगभग – 15,36,00000 किलोमीटर है। हनुमान चालीसा के इस दोहे में ही सूरज और धरती के बीच की दूरी का गणित छिपा है.
बता दें कि योजन पहले दूरी के लिए इस्तेमाल की जाने वाली ईकाई थी जिसका अर्थ है 8 मील।
- यानि एक योजन = 8 मील
- एक मील मतलब = 1.6 किलोमीटर
- एक युग का मतलब= 12000 वर्ष,
- एक सहस्त्र का मतलब 1000 होता है.
अब देखा जाए तो युग x सहस्त्र x योजन = 12000x1000x8 मील.
इस प्रकार 12000x1000x8= 96000000 मील होता है। यदि किलोमीटर में अगर इस दूरी को देखें तो एक मील में 1.6 किमी होते हैं तो. इस हिसाब से 96000000×1.6= 15,36,00000 किमी. बैठता है। (15 करोड़ 36 लाख किलोमीटर)
इस गणित के आधार गोस्वामी तुलसीदास ने प्राचीन समय में ही बता दिया था कि सूर्य और पृथ्वी के बीच की दूरी करीब 15 करोड़ किलोमीटर है.
साइन्स के अनुसार क्या है धरती और सूर्य की दूरी?
विज्ञान के अनुसार धरती और सूर्य की औसत दूरी – लगभग 14 करोड़ 96 लाख किलोमीटर अथवा 9 करोड़ 29 लाख 60 हजार मील है।
ऊपर हमने देखा की हनुमान चालीसा के अनुसार धरती और सूर्य के बीच की दूरी निकालकर आती है – 15 करोड़ 36 लाख किलोमीटर।
यहाँ पर आपको यह जानना जरूरी है की विज्ञान इसे औसत दूरी मानता है शतप्रतिशत accurate होने का दावा नहीं करता है। तो इस आधार पर Distance Between Sun and Earth in Hanuman Chalisa जो लिखी है वह सच के काफी करीब है। चूंकि उस समय के मापन इकाई मे और आज की मापन इकाई मे थोड़ा बहुत अंतर अवश्य है क्यूंकी अक्सर हम देखते हैं एक बीघा और एक बिसवा किसी राज्य मे थोड़ा कम और किसी राज्य मे थोड़ा अधिक आज भी माना जाता है।
सूरज को मुंह में रख लिया था
शास्त्रों के मुताबिक हनुमानजी भगवान शिव के ही अवतार हैं और उन्हें जन्म से ही कई दिव्य शक्तियां प्राप्त थीं. हनुमान चालीसा के अनुसार बचपन में बाल हनुमान को खेलते हुए सूर्य ऐसे दिखाई दिया जैसे वह कोई मीठा फल हो. वे उसे खाने की चाह में तुरंत ही सूर्य तक उड़कर पहुंच गए.
हनुमान जी ने स्वयं का आकार इतना विशाल बनाया कि उन्होंने सूर्य को ही अपने मुख में रख लिया. उनके ऐसा करने से पूरी सृष्टि में अंधकार फैल गया और सभी देवी-देवता डर गए. जब.इंद्र देव को यह पता चला कि किसी वानर बालक ने सूर्य को खा लिया है तो वे क्रोधित हो गए. इंद्र हनुमान जी के पास पहुंचे और उन्होंने बाल हनुमान की ठोड़ी पर अपने शस्त्र वज्र से प्रहार कर दिया. इस प्रहार से केसरी नंदन की ठुड्डी कट गई. इसी वजह से वो हनुमान कहलाए. ठुड्डी को संस्कृत में हनु कहा जाता है.
हनुमान चालीसा से सीखने को है बहुत कुछ
हनुमान का एक अर्थ है निरहंकारी या अभिमानरहित भी होता है. हनु का अर्थ हनन करना और मान का अर्थ होता है अहंकार, यानी जिसने अपने अहंकार का हनन कर दिया हो. हनुमानजी को कोई अभिमान नहीं था. हमें हनुमान जी से सीखना चाहिए और समृद्ध जीवन जीने के लिए अपने अहंकार को त्यागना चाहिए l
- -: Also Read:–
- Is Ramayana Truth or Mythology
- Is Mahabharata Real? क्या महाभारत वास्तविक कहानी है? जानिए Hindi Me
Fact Check Conclusion – Distance Between Sun and Earth in Hanuman Chalisa
इस प्रकार हम देख सकते हैं की धरती और सूर्य की जो दूरी हनुमान चालीसा के दोहे से प्राप्त होती है वह आज के विज्ञान के उन्नत युग मे सटीक बैठती है। हालांकि विज्ञान आज भी ब्रह्मांड के कई रहस्यों से अंजान है फिर सनातन धर्म के कई ग्रंथो मे हमे ब्रह्मांड के राज मिल जाते हैं – जैसे की धरती और सूर्य की दूरी, सूर्य के साथ घोड़े हमे सूर्य के सात रंग, धरती का घूमना और सूर्य के ब्रह्मांड मे दौड़ लगाते घोड़े हमे ऐसा ही संकेत देते हैं।
इस Factcheck मे – Distance Between Sun and Earth in Hanuman Chalisa Proven True