घर खरीदने या बनाने से पहले आपको आचार्य चाणक्य की कही पाँच बातों का ध्यान रखना बहुत आवश्यक है ।
धनिक: श्रोतियो राजा नदी वैद्यस्तु पंचम:। पंच यत्र न विद्यन्ते तत्र दिवसं न वसेत्।।
ने इस श्लोक के माध्यम से बताया है की आपको घर वहाँ बनाना चाहिए जहाँ ये पाँच चीजें आसपास हों
जिस स्थान पर आस-पास के लोग धनवान हों वो जगह घर बनाने के लिए सही होती है. ऐसी जगह पर रोजगार के अच्छे अवसर मिलते हैं
पड़ोसी विद्वान हो तो परिवार पर उसका सकारात्मक असर होता है. बच्चों को अच्छे संस्कार मिल पाते हैं
शासन व्यवस्था जनता के अनुकूल हो. राजा या प्रशासन के अच्छा नहीं होने पर जनता को किसी प्रकार का फायदा नहीं मिल पाता.
जिस जगह नदी, तालाब न हो वहां घर बनाने का कोई फायदा नहीं होता. बल्कि व्यक्ति परेशान रहता है. अर्थात पानी की अच्छी व्यवस्था हो
वैद्य यानी डॉक्टर, चाणक्य कहते हैं घर बनाने से पहले इस बात की पता लगा लेना चाहिए कि घर के आसपास अस्पताल, डॉक्टर हैं या नहीं.
ने जीवन के हर महत्वपूर्ण पहलू के लिए बेहतरीन नियम बताएं हैं जो हमेशा काम आते हैं, इंका पालन करना चाहिए