"Is Ramayana True" आजकल आप लोग सुनते होंगे कई लोगों को कहते हुये की रामायण सच्ची घटना नहीं बल्कि काल्पनिक है इस वेब स्टोरी को देखने के बाद ये भ्रम दूर हो जाएगा –
"रामायण कल्पना नहीं इतिहास है " इन सबूतों को देखने के बाद आपको यकीन हो जाएगा की रामायण कोई काल्पनिक ग्रंथ नहीं हमारा इतिहास है-
"जैसे डायनासोर किसी ने नहीं देखे लेकिन वो थे क्यूंकी " इनके अवशेष, जमीन के नीचे दबे विशालकाय कंकाल साबित करते हैं की वो थे, उसी प्रकार -
"आज धरती पर वो सभी स्थान, निशान मौजूद हैं जिनका उल्लेख रामायण मे मिलता है " इनके आधार पर हम कह सकते हैं की रामायण भारत का इतिहास है कोई कल्पना मात्र नहीं
रामायण शुरू होता है अयोध्या Kingdom (कौशल)से, जो की आज उत्तर प्रदेश मे स्थित है और पूरे विश्व मे अयोध्या धाम से मशहूर है। वहाँ पर दुबारा भव्य राम मंदिर बन रहा है
श्री राम की धर्म पत्नी सीता मिथिला नरेश राजा जनक की पुत्री थी, यह स्थान आज भी मौजूद है नेपाल मे जनकपुर के नाम से। वहाँ सीता माता का भव्य मंदिर मौजूद है
रामायण मे लिखा है की यहाँ पर श्री राम को निशादराज केवट ने नदी पार कारवाई थी, यहाँ पर सदियो से कुम्भ मेला लगता है और इस क्षेत्र मे निषाद समुदाय की जनसंख्या काफी अधिक है।
यहाँ पर राम के छोटे भाई भारत राम को वापस लौटने के आग्रह कटे हैं। आज यह स्थान मध्य प्रदेश और उत्तर प्रदेश के बीच मे पड़ता है। यहा पर कई प्राचीन मंदिर मौजूद हैं और यह टुरिस्ट प्लेस है
यहाँ पर राम कुटिया बनाकर कुछ समय रुके थे, यही पर रावण की बहन शूर्पनखा का सामना लक्ष्मण से हुआ था। आज यह स्थान नाशिक मे स्थित है। यहा पर आज भी प्राचीन सीता गुफा मौजूद है
वानर kingdom किष्किंधा आज के कर्नाटक के कोप्पल और बेल्लारी मे पड़ता है यहाँ पर हुबहू रामायण काल से मिलते जुलते किष्किंधा के अवशेष विद्यमान हैं।
राम लक्ष्मण की मुलाक़ात यहाँ हनुमान और सुग्रीव से हुई। यह स्थान कर्नाटक के हम्पी मे मौजूद है यहाँ पर अंजनी पर्वत मुख्य टुरिस्ट आकर्षण है जहां हनुमान जी का जन्म हुआ था।
राम जी ने समुद्र पार करके लंका पहुचने के लिए वानरसेना द्वारा सेतु का निर्माण किया गया था। उस सेतु के अवशेष आज भी विद्यमान हैं जो satellite से देखा जा सकता है।
आज का श्रीलंका रामायण काल के रावण का साम्राज्य था । आज भी वहाँ पर अशोक वाटिका है और कई पत्थरों पे विशालकाय पैरों के निशान मौजूद हैं। रावण को मारकर राम अयोध्या लौटे थे।
यदि रामायण काल्पनिक है तो ये कदापि संभव नहीं है की कोई व्यक्ति अपनी कल्पना से उन सभी स्थानों का निर्माण कर सके। राम सेतु पे मिलने वाले पत्थर रामायण काल जीतने प्राचीन हैं
ये सारे स्थान और वहाँ पर रामायण काल के निशान बताते हैं की रामायण भारत का प्राचीन इतिहास है और राम राज्य कल्पना नहीं हकीकत है।