एक ऐसा देश जहां पर सबसे ज़्यादा ज्वालामुखी पाए जाते हैं, इस देश में दुनिया के सबसे ज़्यादा भेड़ पाए जाते हैं, एक ऐसा जहां पर सबसे ज़्यादा Mutton और Sheep Wool का उत्पादन किया जाता है. इसी देश में दुनिया का सबसे ज़्यादा Agriculture Export किया जाता है.

तो दोस्तों, यह है New Zealand.

Pacific Ocean के बिल्कुल साथ में Australia से करीबन चार हज़ार किलोमीटर दूर दुनिया का दूसरा सबसे peaceful country मगर इसके बावजूद New Zealand की Population UK की Population का सात प्रतिशत भी नहीं है अगर आप न्यूजीलैंड का Map देखें तो आपको नज़र आएगा कि करीबन अस्सी प्रतिशत न्यूजीलैंड बिल्कुल खाली है और वहां कोई नहीं रहता.

New Zealand की सत्तर प्रतिशत आबादी North में रहती है और North की भी पचास प्रतिशत आबादी इसके एक शहर Auckland में रहती है।

लेकिन 80% New Zealand खाली क्यों है?

ज़बरदस्त मौसम, खूबसूरत वादियाँ, सबसे कम क्राइम रेट और High Living Standard के बावजूद अस्सी प्रतिशत New Zealand खाली क्यों है?

आइए जानते हैं इस सवाल का जबाव, सबसे पहले अगर हम world map देखें तो आप notice करेंगे कि New Zealand, हमारी बाकी दुनिया से बहुत दूर है. मतलब अगर आप कराची या Mumbai से जहाज में बैठे, तो यह पूरा Arabian sea और Indian ocean को cross करके करीबन अट्ठारह से बाइस घंटे के flight के बाद ही आप New Zealand पहुंच सकते हैं.

अब सवाल ये पैदा होता है कि इंसान दुनिया से इतनी दूर इस Island तक पहुंचा कैसे?

आज से हज़ार साल पहले लगभग तेरह सौ बीस से तेरह सौ पचास (1320-1350) के बीच, Maori लोगों ने New Zealand को Discover किया. “Maori” Pacific ocean के इन सारे islands जिन्हे Polynesian Islands भी कहा जाता है, इन पर रहने वाले लोगों को कहा जाता था.

Official source के मुताबिक Maori तेरहवीं सदी के आसपास अपने ये सारे island छोड़ गए. बड़ी बड़ी कश्तियों में बैठे और इधर New Zealand पहुंच गए. ये लगभग वही जमाना बनता है, जब मंगोल और चंगेज़ खान पूरे Euro Asia पर अपना control ले रहा था।  

लेकिन अब सवाल ये पैदा होता है कि ये Maori लोग अपने पुराने island छोड़कर New Zealand आए ही क्यों?

Who Was Kupe & Was Kupe a Real Character? (कुपे कौन था और क्या कुपे वास्तविक व्यक्ति था?)

दरअसल Maori traditions के मुताबिक New Zealand तेरहवें शताब्दी में नहीं उससे भी पांच सौ साल पहले करीब सात सौ पचास AD में कुपे नामके एक Maori ने discover किया था.

Note: “कुपे ही वो पहला मओरी था जिसने New Zealand की सबसे पहले खोज की, और Maori ही New Zealand के मूल और प्रथम निवासी बने”

कुपे एक Fisherman था. जो अपने और अपने Tribe के लिए मछलियां पकड़ता था मगर फिर ऐसा होना शुरू हुआ कि जब भी वो जाल लगाता तो उसकी मछलियां उस Area में पाए जाने वाले ऑक्टोपस खा जाते, और इन लोगों के हाथ कुछ भी नहीं लगता। चूंकि इन लोगों का main food source था ही मछली, तो काफी problem create होना शुरू हो गया।

और उसका हल ये निकाला गया कि कुपे और उसके कुछ साथी समुद्र में जाकर किसी और island की खोज लगाने की कोशिश करेंगे जहां पर खाने पीने की अच्छी खासी supply हो.

इसी खोज में कुपे अपने साथ बीस से पच्चीस आदमी लेकर pacific ocean में उतर गया. कुछ दिन के सफर के बाद ही उन्हें बड़े बड़े पहाड़ों वाला एक island नज़र आया ये New Zealand था. Seafood, भेड़ बकरियों और फलों से मालामाल island जिस पर और कोई इंसान नहीं था.

ये कुपे और उसके Tribe (कबीले) के लिए perfect जगह थी. कुपे ने अपने चंद साथियों को वापस Polynesian Island भेजा ताकि वो बाकियों को इस island की खबर दें और इस तरह New Zealand पर Maori लोग आबाद होना शुरू हुए।

सत्रहवीं सदीतक महौरी लोग सुकून से न्यूजीलैंड में रहते रहे और दुनिया से दूर होने की वजह से ना उनकी किसी से कोई दुश्मनी थी और ना ही किसी से कोई खतरा मगर ये सब बहुत जल्द बदलने वाला था.

New Zealand पर पश्चिमी देशों की नजर कब और कैसे पड़ी?

ये वो वक्त था जब पश्चिमी देश अपनी ताकत को बढ़ाने के लिए पूरी दुनिया में फ़ैल रहे थे. Explorer को भेजा जा रहा था कि वो Islands countries और continent discover करे जिन पर क़ब्ज़ा करके European countries अपनी power बढ़ा सके.

इसी सिलसिले में एक Dutch explorer Abel Taskman, Pacific ocean के south में किसी continent की खोजमें  निकला क्योंकि उस वक्त Europeans का ख्याल था कि इस हिस्से में कोई continent ज़रूर होगा और अगर ऐसा हुआ तो वो European countries के लिए बहुत सी opportunities के दरवाज़े खोल देगा.

साल सोलह सौ बयालीस (1642) में Taskman ने New Zealand को खोज निकाला, मगर जब उसने जब वहां उतरने की कोशिश की तो उसकी Maori लोगों के साथ ज़बरदस्त लड़ाई हुई और मजबूरन उसे भागना पड़ा.

फिर साल सत्रह सौ उनहत्तर (1769) में एक British officers, James Cook इसी continent को ढूंढता हुआ New Zealand आ पहुंचा .एक दफा फिर James के फौजियों और Maori लोगों में ज़बरदस्त लड़ाई हुए और उसमें कई Maori chief भी मारे गए.

James को वापस जाना मगर इस बार उसने New Zealand और इस सारे सफर का Detailed Map बना लिया और इसी map के सहारे फिर अट्ठारहवीं सदी में Europeans इस island तक पहुंचना शुरू हुए और इस बार उन्होंने Maori लोगों के साथ बड़े smart तरीके से deal किया.

उन्हें trade और profit का लालच देकर Britishers ने उधर अपनी नवसेना बसे बनाना शुरू की और फिर सौ साल बाद ही Britishers ने New Zealand का complete control ले लिया,

Waitangi Treaty of New Zealand

Britishers और Maori लोगों के दरमियान साल अठारह सौ चालीस  (1840) में एक deal हुई जिसे Treaty of Waitangi कहा जाता है और इस deal के बाद 1841 मे New Zealand Officially Europe और British Empire का हिस्सा वन गया.

उस वक्त Maori लोगों की Population करीब दो लाख थी, लेकिन अगले सौ सालों में ये population बढ़ने के बजाय दो लाख से कम होकर चालीस हज़ार तक पहुंच गई और उसके दो प्रमुख कारण थे.

असल में जब यूरोपीय लोग इधर आए तो उनके साथ वो बीमारियां भी इधर आई जो उस वक्त Europe में आम थी. Problem यह थी कि Maori लोगों में इन Disease की Immunity Develop नहीं हुई थी, और इसीलिए European immigration के बाद local Maori लोग बीमार होकर मरना शुरू हो गए.

दूसरा उन्नीसवीं सदी मे New Zealand एक बहुत ही Violent जगह बन चुका था. Treaty of Waitangi के सिर्फ 5 साल बाद ही Britishers और local Maori के दरमियान Ownership को लेकर एक Series of War शुरू हो गई. जो अगले चालीस साल तक चलती रही.

इन लड़ाइयों में बहुत ज़्यादा local Maori मारे गए और finally ये सारा सिलसिला अट्ठारह सौ इक्यासी में जाकर रुका. जब Maori के सारे बड़े लोग मारे जा चुके थे और Maori movement बुरी तरह crush हो चुकी थी. अब Britishers भी ये समझ चुके थे. कि local को development process में include किए बगैर आगे नहीं बढ़ा जा सकता था और इसीलिए इन wars के फ़ौरन बाद british government ने locals को electorate process से लेकर हर development project में key stakeholder बना दिया और इस तरह New Zealand में Peace और progress का सफर finally शुरू हुआ।

New Zealand का ज़्यादातर हिस्सा वीरान क्यों है?

लेकिन फिर भी आज जैसे हमने आर्टिक्ल केशु रू में आपको बताया था New Zealand का इतना ज़्यादा Area खाली क्यों है और सारे लोग इधर Northern Island में ही क्यों रहते हैं?

असल में New Zealand का यह दक्षिणी इलाका बिल्कुल खाली इसलिए है क्योंकि इस पूरे एरिया पर रहना या construction करना impossible है. New Zealand के southern part में हर तरफ mountain range है, ये सारे area में हर तरफ ऊंचे ऊंचे पहाड़ हैं और ज़मीन इतनी ऊबड़ खाबड़ है, कि यहाँ केवल basic infrastructure जैसे road वगैरह build करना भी almost impossible है.

पहाड़ों के इस तरफ eastern side की ज़मीन बहुत ही सूखी और बंजर है जिसकी वजह से यहां पर सिचाई और खेती वगैरह भी नहीं हो सकी. इसीलिए New Zealand की majority population Northern island पर रहती है।

population shortage के इस मसले को हल करने के लिए New Zealand government ने world war 2 के बाद immigration policies relax की.

World war 2 से पहले New Zealand में non white लोगों की entry मना थी और इसी वजह से New Zealand की population उन्नीस सौ पचास तक stagnant रही और उसके बाद जब ये restriction खत्म हुई तो Asia खासतौर प China, Philippines और India से लोग इधर आकर आबाद होना शुरू हुए और न्यूज़ीलैंड की Population में जरूरी उछाल आना शुरू हुआ. आज New Zealand की जनसख्या का लगभग सताईस प्रतिशत (27%) Immigrants या वो लोग जो New Zealand से बाहर पैदा हुये लोग हैं। Immigrants की majority इधर Auckland और उसके आसपास के इलाके मे ज्यादा है। और यही वजह है कि Auckland आज दुनिया के सबसे मेंहगे शहरों मे से एक है क्योंकि Land supply कम है और housing की demand ज़्यादा है।

इस Problem को हल करने के लिए New Zealand government अब लोगों को आठ हज़ार डॉलर ($8000) तक की Grant दे रही है ताकि वो औकलैंड से सौ किलोमीटर दूर Waikato में shift हो गए ताकि Auckland के Housing market पर pressure कम हो और prices normalized हो.

New Zealand का एक्सपोर्ट और Revenue Model क्या है?

एक बहुत interesting चीज़ यह है कि New Zealand की सारी agriculture industry animal meat export करने पर चलती है इधर Northern Island में बारिश की वजह से बहुत अधिक हरीभरी ज़मीन है जिसकी वजह से इधर बेशुमार भेड़ बकरियां और गाय पाई जाती है.

New Zealand की population लगभग पचास लाख के करीब है जबकि एक estimate के मुताबिक यहाँ पर भेड़बकरियों की population लगभग तीन करोड़ है, और इसीलिए New Zealand दुनिया में सबसे ज़्यादा mutton और Sheap Wool एक्सपोर्ट करने वाला देश है.

New Zealand का पचानवे प्रतिशत 95% Meat बाहर export होता है. और दो हज़ार उन्नीस (2019) में इस एक्सपोर्ट से New Zealand ने छियालीस बिल्यन डॉलर ($46 Billion) का revenue कमाया.

New Zealand दुनिया की पचासवीं बड़ी इकॉनमी है और इस इकॉनमी का प्रमुख आय स्रोत Agricuture एक्सपोर्ट है. 46 Billion Dollar सिर्फ गोस्त की export से कमाना अविश्वशनीय चीज़ है और यह भारत, पाकिस्तान और बांग्लादेश के लिए एक motivation होनी चाहिए क्योंकि यह तीनों मुख्यतः कृषि प्रधान देश है.

तो दोस्तों, आपको Googal Baba का यह आर्टिक्ल कैसा लगा हमे जरूर बताएं, नीचे कमेंट बॉक्स मे। आप किसी भी टॉपिक पर रिसर्च Analysis आर्टिक्ल चाहते हैं तो भी हमे कमेंट करके जरूर बताएं।

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