Mehman Ki Pehchan: वैसे तो मेहमान की पहचान के लिए कई तरीके हो सकते हैं, सबके अपने अपने पॉइंट हो सकते हैं इस बारे मे। लेकिन Akbar Birbal Ki Kahani– “मेहमान की पहचान” मे बीरबल का तरीका कुछ अवल्ला सा है।
चलिये अकबर बीरबल की इस कहानी मे हम जानते है की मेहमान की क्या पहचान?
मेहमान की पहचान – कहानी
एक दिन एक अमीर व्यक्ति ने बीरबल को भोज पर बुलाया । बीरबल तय समय के अनुसार भोज पर पहुंच जाते है। मेजबान ने बीरबल का बहुत अच्छे से स्वागत किया।
लेकिन जैसे ही बीरबल घर मे प्रवेश करते हैं वहाँ पर क्या देखते हैं की वहाँ पर पहले से बहुत से मेहमान मौजूद है, अब चूंकि बीरबल को ज्यादा भीड़भाड़ वाली जगह पसंद नहीं थी तो बीरबल ने मेजबान से इस बारे मे बात की आपने मुझे दावत पे बुलाया लेकिन यहाँ तो पहले से काफी लोग हैं-
उस धनी व्यक्ति ने बीरबल से कहा की मैं जानता हूँ कि आपको ज्यादा भीड़भाड़ वाली जगह पर जाना पसंद नहीं है , इसलिए मेने आपके अलावा सिर्फ एक ही मेहमान बुलाया है , बाकि सारे तो मेरे कर्मचारी हैं ।
बीरबल ने कहा अच्छा ठीक है।
उस मेजबान ने बीरबल से कहा हमने आपकी अक्लमंदी और चालाकी के किस्से बहुत सुने है, मै चाहता हु की आप अपनी अक्लमंदी दिखाते हुए यहाँ उपस्थित व्यक्तियों में से अपने अलावा उस अकेले मेहमान को पहचानें जिसको मेने दावत पर बुलाया है। मेजबान इस तरह बीरबल की अक्लमंदी की परीक्षा लेना चाहते थे।
बीरबल ने कहा – मै ये करने के लिए तैयार हूँ, किन्तु आपको पहले यहाँ उपस्थित लोगों को कोई चुटकुला सुनाना होगा। मै इन सभी लोगो को गौर से देखूंगा और फिर बाद में आपको बता दूंगा कि इन सबमें मेहमान कौन है ?
बीरबल की बात मानकर मेजबान ने दावत में आये लोगों को एक चुटकुला सुनाया। जैसे ही चुटकुला ख़त्म हुआ की वहाँ उपस्थित लोग जोर – जोर से हँसने लगे ।
अब मेजबान ने बीरबल से पूछा– क्या आप अब उस मेहमान को पहचान सकते हैं ?
बीरबल ने कहा – जी जरूर। इतना बोलकर बीरबल ने एक व्यक्ति की ओर इशारा किया। और कमाल की बात ये रही की वही व्यक्ति दूसरा मेहमान था, और बाकी सारे कर्मचारी।
मेजबान हैरान होते हुये बीरबल से पूछा– वाकई बीरबल आप सही हो, लेकिन आश्चर्य की बात है की इतने लोगों मे से आपने पहचाना कैसे?
बीरबल बोले – वो तो बहुत ही आसान था। आपने जो चुटकुला सुनाया वो इतना अच्छा नहीं था फिर भी यहाँ उपस्थित सभी लोग जोर-जोर से हँसने लगे किन्तु एक व्यक्ति बिलकुल भी नहीं हँसा। मै समज गया की वो ही मेहमान है ।
मालिक के बुरे से बुरे चुटकुलों पर हँसना कर्मचारियों का फ़र्ज़ होता है और उसी फ़र्ज़ को निभाते हुए आपके सारे कर्मचारी हँसे किन्तु मेहमान नहीं हसे और इस वजह से मेने तुरंत उनको पहचान लिया ।
वो मेजबान ने बीरबल की होशियारी की तारीफ की और मान लिया की बीरबल वास्तव में अक्लमंद और चालाक व्यक्ति हैं।