दोस्तों इस लेख का टॉपिक है “Kis Sarkar ne Kitne AIIMS Banaye”, आजकल हम आए दिन इस प्रकार की बहस देखते और सुनते हैं की, फलां सरकार ने इतने एम्स बनाएँ, और फलाने ने कोई एम्स नहीं बनाएँ। तो ये आर्टिक्ल पढ़ने के बाद आप पूरी तरह से आश्वस्त हो जाएंगे की “Kis Sarkar ne Kitne AIIMS Banaye”?
Table of Contents
एम्स कितने फेज मे बनकर तैयार होता है?
इसके पहले की हम मुख्य प्रश्न “मोदी सरकार ने कितने एम्स बनाएँ?” मनमोहन सिंह ने कितने एम्स बनाएँ? या फिर “Kis Sarkar ne Kitne AIIMS Banaye” इस प्रश्न की तरफ बढ़ें हमे यह जान लेना चाहिए की एम्स बनने की प्रक्रिया किन किन चरणों से होकर गुजरती है।
1st Phase – Announcement
प्रथम चरण: एम्स बनाने के लिए अच्छे खासे बजट की आवश्यकता पड़ती है और इसलिए पहला चरण यही होता है की मौजूदा सरकार बजट बनाकर नए एम्स की घोषणा बजट भाषण के दौरान करती है। जिसमे यह बताया जाता है की किस राज्य मे एम्स बनाने की इच्छुक है केंद्र सरकार।
2nd Phase – Land Selection
यह तय करने के बाद की किस राज्य मे एम्स दिया जाना है, दूसरे चरण मे संबन्धित राज्य को प्रोपोजल भेजकर लोकेशन तय करने को कहा जाता है। और राज्य सरकार सुविधानुसार 3-4 जगहों के नाम केंद्र को भेजती है। इसके बाद केंद्र सरकार सर्वे करवाने के पश्चात किसी एक स्थान का चयन करती है और राज्य सरकार को नेर्देशित करती है की आवश्यकतानुसार जमीन अधिग्रहण करके एम्स अथॉरिटी को सौंप दें।
3rd Phase – Budget Approval, Act & Foundation Stone
तीसरे चरण मे केंद्र सरकार बजट पास करती है और संबन्धित एम्स का Act बन जाता है। बजट पास करने के बाद सरकार भूमि पूजन या शिलान्यास करती है। शिलान्यास करने के लिए सरकारें उत्सुक रहती हैं क्यूंकी फ़ाउंडेशन स्टोन पर उन्हे नाम दर्ज करवाना होता है और कई बार ये चुनाव से समय भी किया जाता है।
4th Phase – Contract & Construction
चौथे फेज मे निर्माण कार्य का contract दिया जाता है और फिर निर्माण प्रक्रिया शुरू होती है। एम्स बनने से बेहतरीन इलाज की सुविधा के साथ साथ MBBS, MD, Nursing जैसे कोर्स के लिए एड्मिशन भी लिए जाते हैं। समान्यतः Act बनने और Construction शुरू होने के बाद एमबीबीएस एड्मिशन बैच भी शुरू कर दिया जाता है जब तक किसी Temporary Structure मे classes शुरू कर दी जाती है।
5th Phase – Completion & Inauguration
वैसे तो उदघाटन प्रक्रिया निर्माण पूर्ण होने के बाद ही की जानी चाहिए, लेकिन कई बार उदघाटन जल्दी भी कर दिया जाता है और एम्स के कुछ विभाग जल्दी खोल दिये जाते हैं जिससे की OPD, Admissions कुछ सुविधाओं के साथ शुरू की जा सके।
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ऊपर दिया गया विवरण एम्स बनने की प्रक्रिया का हिस्सा है। ये पढ़ने के बाद आप निर्णय करने की स्थिति मे रहेंगे की “Kis Sarkar ne Kitne AIIMS Banaye”। एम्स का श्रेय हम उस सरकार को दे सकते हैं जिसने बजट अप्रूव किया और शिलान्यास किया। क्योंकि एम्स बनाने के लिए अच्छे खासे बजट की आवश्यकता होती है और बजट पास करवाना सबसे महत्वपूर्ण और पहला कदम है।
आपको जानकार दुखद आश्चर्य होगा की, 1947 मे देश आज़ाद होने के बाद से 2003 तक देश मे सिर्फ एक AIIMS जिसे हम नई दिल्ली एम्स के नाम से जानते हैं। यानि 56 साल मे सिर्फ एक एम्स, नई दिल्ली एम्स की स्थापना 1856 मे हुई थी। और लगभग 50 साल तक सरकारें आयीं और गई किसी ने एक और एम्स बनाने की नहीं सोची। 1999 से 2004 के बीच पहली बार भाजपा सरकार 5 साल के लिए बनी और वर्ष 2003 मे 6 नए एम्स की घोषणा प्रधानमंत्री स्वर्गीय अटल बिहारी वाजपेयी जी ने की जिनका शिलान्यास उन्होने 2004 मे किया।
बाबा जी के Media Sources
मनमोहन सिंह ने कितने एम्स बनाएँ?
अब तक हम देख चुके हैं की 1947 से 1999 तक पीढ़ी दर पीढ़ी लगभग काँग्रेस का ही शासन रहा है। और 1999 से 2004 के बीच एक स्थायी सरकार के रूप मे भारतीय जनता पार्टी की सरकार रही। और इसी पहली 5 साल की बीजेपी सरकार मे 6 एम्स की घोषणा की गई जिनमे – भोपाल, पटना, भुवनेश्वर, ऋषिकेश, रायपुर और जोधपुर शामिल हैं।
छः एम्स (भोपाल, पटना, भुवनेश्वर, ऋषिकेश, रायपुर और जोधपुर) जिनका शिलान्यास अटल बिहारी वाजपेयी जी के कार्यकाल मे हुआ था उसको पूर्ण करवाने का श्रेय Manmohan Singh ji की सरकार को जाता है। इसके अलावा मनमोहन सिंह के कार्यकाल मे वर्ष 2012 मे सिर्फ एक नए एम्स रायबरेली की घोषणा की कई, जिसका शिलान्यास सोनिया गांधी ने किया था। और यह एम्स नरेंद्र मोदी सरकार मे 2021 मे जाकर पूर्ण हुआ।
मनमोहन सिंह के कार्यकाल मे बने एम्स की लिस्ट-
Name of AIIMS | Announced /Completed |
1. Bhopal AIIMS (2003) | शिलान्यास– अटल बिहारी वाजपेयी के कार्यकाल मे पूर्ण – मनमोहन सिंह के कार्यकाल 2013 मे |
2. Patna AIIMS (2003) | शिलान्यास– अटल बिहारी वाजपेयी के कार्यकाल 2012 मे पूर्ण – मनमोहन सिंह के कार्यकाल मे |
3. Bhuwaneshwar AIIMS (2003) | शिलान्यास– अटल बिहारी वाजपेयी के कार्यकाल मे पूर्ण – मनमोहन सिंह के कार्यकाल 2012 मे |
4. Rishikesh AIIMS (2003) | शिलान्यास– अटल बिहारी वाजपेयी के कार्यकाल मे पूर्ण – मनमोहन सिंह के कार्यकाल 2012 मे |
5. Raypur AIIMS (2003) | शिलान्यास– अटल बिहारी वाजपेयी के कार्यकाल मे पूर्ण – मनमोहन सिंह के कार्यकाल 2012 मे |
6. Jodhpur AIIMS (2003) | शिलान्यास– अटल बिहारी वाजपेयी के कार्यकाल मे पूर्ण – मनमोहन सिंह के कार्यकाल 2012 मे |
7. Raybareli AIIMS (2012) | New Announcement शिलान्यास– मनमोहंन सिंह के कार्यकाल मे पूर्ण – नरेंद्र मोदी के कार्यकाल (2021) मे |
पूरी जानकारी List of AIIMS in India with Established Date मे देख सकते हैं।
मोदी सरकार ने कितने एम्स बनाएँ?
सबसे ज्यादा चर्चा इस बात की होती है की मोदी सरकार ने कितने एम्स बनाएँ? इस बात मे कोई संदेह नहीं है की आज़ादी के 56 साल तक भारत मे सिर्फ एक एम्स रहा। अटल बिहारी वाजपेयी के काल मे 6 नए एम्स की आधारशिला राखी गई और नरेंद्र मोदी के कार्यकाल मे सबसे अधिक एम्स की आधारशिला राखी गई। जिनमे से कई एम्स का उदघाटन नरेंद्र मोदी जी कर चुके हैं और कुछ अभी भी Under Construction हैं।
चलिये देखते हैं मोदी सरकार ने कितने एम्स बनाएँ?
2014 मे प्रधानमंत्री का कार्यभार संभालने के बाद नरेंद्र मोदी जी ने अब तक कुल 17 नए एम्स Announce कर चुके हैं, जिनमे से कई पूर्ण हो चुके हैं और कई अभी निर्माणाधीन हैं
नरेंद्र मोदी जी ने वर्ष 2014 मे 4 नए एम्स Announce किए – जिनमें AIIMS Nagpur, AIIMS Manglagiri, AIIMS Bhatinda, AIIMS Kalyani हैं
2015 मे साथ नए एम्स announce किए जिनमे – AIIMS Gorakhpur, AIIMS Guwahati, AIIMS Vijaypur, AIIMS Bilaspur, AIIMS Madurai, AIIMS Darbhanga, AIIMS Awantipora हैं
2017 मे AIIMS Deoghar, AIIMS rajkot, AIIMS Bibinagar और 2019 मे एक एम्स announce किया जो की AIIMS Majra है तथा 2022 दो एम्स की घोषणा की है जो इस प्रकार हैं- AIIMS Manipur, AIIMS Karnataka
NAME | ANNOUNCE YEAR | STATUS |
1. AIIMS Nagpur | 2014 | Functional |
२. AIIMS Manglagiri | 2014 | Partially functional |
३. AIIMS Bhatinda | 2014 | Partially functional |
४. AIIMS Kalyani | 2014 | Partially functional |
५. AIIMS Gorakhpur, | 2015 | Functional |
६. AIIMS Guwahati, | 2015 | Partially functional |
७. AIIMS Vijaypur, | 2015 | Functional |
८. AIIMS Bilaspur, | 2015 | Functional |
९. AIIMS Madurai, | 2015 | Functional |
१०. AIIMS Darbhanga, | 2015 | Under construction |
११. AIIMS Awantipora | 2015 | Under construction |
१२. AIIMS Deoghar, | 2017 | Functional |
१३. AIIMS rajkot, | 2017 | Under construction |
१४. AIIMS Bibinagar | 2017 | Under construction |
१५. AIIMS Majra | 2019 | Under construction |
१६. AIIMS Manipur, | 2022 | Under construction |
१७. AIIMS Karnataka | 2022 | Under construction |
अरुण पुदुर जैसे कुछ सोशल मीडिया उपयोगकर्ताओं ने यह दिखाने के लिए एक तालिका भी साझा की कि किस एम्स संस्थान की घोषणा किस सरकार ने की थी, इसकी स्थापना कब हुई थी और इसकी स्थिति क्या है। इस दावे की फेसबुक और ट्विटर पर व्यापक उपस्थिति देखी गई और संग्रहीत पोस्ट यहां देखी जा सकती हैं।
Conclusion (अंत मे)
Kis Sarkar ne Kitne AIIMS Banaye? मोदी सरकार ने कितने एम्स बनाएँ? मनमोहन सिंह ने कितने एम्स बनाएँ? Congress sarkar me kitne aiims bane? ये सारे प्रश्न राजनीति के विषय हैं। जनता के हित का विषय यह है की यदि भारत के सभी राज्यों मे जनसंख्या अनुपात के हिसाब से AIIMS स्थापित हो जाएंगे तो भारत की स्वास्थ्य व्यवस्था बहुत ही अच्छी हो जाएगी। नरेंद्र मोदी जी का विरोध आप जितना मर्जी करें लेकिन उन्होने जिस दिल्लगी से हर राज्य मे कम से कम एक एम्स बनाने के बीड़ा उठाया है वह बहुत ही सरहनीय है।
एम्स बनाने के मामले मे आज़ादी के 60-65 वर्ष एक तरफ और नरेंद्र मोदी जी के 8 वर्ष एक तरफ, इनकी कोई तुलना संभव नही हैं। भले ही अभी कई एम्स कंप्लीट नहीं हैं फिर भी इतने सारे एम्स की घोषणा करना और काम शुरू करवाना वह भी Covid-19 जैसी महामारी को झेलते हुये, ये बहुत बड़ी उपलब्धि है।
राजनीतिक मजबूरीयों के चलते कोई भले इस उपलब्धि को नकार दें तो अलग बात है, लेकिन अन्तर्मन तो यही कहेगा “मोदी है तो मुमकिन है”