हमारे समाज मे एक कहावत है- “जल्दी का काम शैतान का” । हम सबने ये कहावत सुनी होगी लेकिन क्या आप जानते हैं की ऐसा क्यों कहा जाता है? जल्दबाज़ी मे किया गया काम हमेशा उचित फल नहीं देता है बल्कि हड़बड़ी मे गलतियाँ हो जाती है और काम खराब हो सकता है, इसीलिए कहा जाता है की “Jaldi ka Kam Shaitan Ka”
ये तो हुई एक बात- इसके अलावा इस कहावत के पीछे Akbar Birbal ki Ek Kahani भी है- चलिये जानते है इस कहानी के बारें मे-
Jaldi ka Kam Shaitan Ka – Hindi Kahani अकबर बीरबल
एक दिन की बात है. बादशाह अकबर घोड़े पर सवार होकर आम के एक बगीचे से गुजर रहे थे. उनके साथ बीरबल, कुछ मंत्री और सैनिक थे. अचानक एक तीर सनसनाता हुआ उनके करीब से निकला और वे बाल-बाल बचे. अकबर पर हुआ हमला देखा सैनिक हरक़त में आ गए और फ़ौरन उस दिशा में भागे, जहाँ से निशाना साधा गया था.
तीर एक झुरमुट के पीछे से आया था. वहाँ पहुँचने पर सैनिकों को एक लड़का खड़ा दिखाई दिया. वे उसे पकड़कर अकबर के सामने ले आये.
अकबर स्वयं पर हुए हमले से बौखलाये हुए थे. उन्होंने लड़के से इसका कारण पूछा, तो लड़का बोला, “जहाँपनाह माफ़ कीजियेगा. मेरा इरादा आपको मारना नहीं था. मैंने तो बस उस पेड़ से आम तोड़ने के लिए तीर चलाया था. लेकिन मेरा निशाना चूक गया.” लड़के ने एक पेड़ की ओर इशारा किया.
लड़के ने जानबूझकर ऐसा नहीं किया था. लेकिन अकबर बहुत क्रोधित थे. उनके चाटुकार मंत्रियों ने उन्हें भड़काना प्रारंभ किया कि चाहे जो भी कारण रहा हो, इससे बादशाह सलामत की मौत हो सकती थी. इंसाफ होना चाहिए. जैसे इसने आपको तीर-कमान से मारने का प्रयास किया, इसे भी वैसे ही मारना चाहिए.
अकबर ने मंत्रियों की सलाह मान लड़के को मौत की सजा सुना दी.
लड़का गिड़गिड़ाने लगा, लेकिन अकबर ने उसकी एक ना सुनी. सैनिक उसे खींचकर एक आम के पेड़ के पास ले गए और उसे पेड़ के तने से बांध दिया. वे लड़के पर तीर से निशाना साधने लगे.
बीरबल यह सब देख रहा था.
उसे अकबर का यह निर्णय उचित नहीं लगा. वह अकबर से बोला, “जहाँपनाह! क्या आपको सच में लगता है कि इस लड़के के साथ इंसाफ हो रहा है? यदि आप इसे इसके किये का फल देना चाहते हैं, तो इसके साथ वही करिये, जो इसने किया था.
आप सैनिकों को आदेश दीजिये कि लड़के पर नहीं आम पर निशाना साधें. यदि तीर चूक कर लड़के को लग गया, तब इंसाफ होगा.” बीरबल की बात सुनकर अकबर को अहसास हुआ कि उन्होंने जल्दबाज़ी में निर्णय ले लिया है. उन्होंने लड़के को माफ़ कर दिया.
Jaldi ka Kam Shaitan Ka- इस कहानी से क्या शिक्षा मिलती है?
जल्दबाज़ी मे लिया गया निर्णय और जल्दबाज़ी मे किया गया काम हमेशा हानिकारक होता है। अब यदि अकबर द्वारा जल्दबाज़ी के कारण लिए गए निर्णय का पालन होता तो एक निर्दोष बालक की हत्या हो जाती। इसलिए बीरबल ने अकबर को सही सलाह देते हुये इस गुनाह से बचा लिया।