Electric Scooter: इलैक्ट्रिक स्कूटर का साधारण सा अर्थ है Battery से चलने वाला स्कूटर। इसमे किसी प्रकार के अन्य Fuel जैसे की पेट्रोल डीजल सीएनजी या हाइड्रोजन गैस की आवश्यकता नहीं होती है, इलैक्ट्रिक स्कूटर बिजली से चार्ज होता है और बैटरी से चलता है। इस आर्टिक्ल मे आपको कुछ आवश्यक जानकारी मिलेगी जिसके बारे मे आपको कोई भी Electric Scooter खरीदने से पहले जान लेना चाहिए।

Basic Components of Electric Scooter

इलैक्ट्रिक स्कूटर कई सारे पार्ट्स से मिलकर बनता है, लेकिन इलैक्ट्रिक स्कूटर खरीदते समय आपको इन मुख्य Components पर फोकस रखना चाहिए क्यूंकी यही Main Parts of Electric Scooter होते हैं-

  • Battery – बैटरी किसी भी इलैक्ट्रिक स्कूटर का सबसे मंहगा और कीमती पार्ट होता है। जितनी ज्यादा Powerful Battery उनती बेहतर परफॉर्मेंस।
  • Motor– बैटरी के बाद दूसरा सबसे महत्वपूर्ण है उसकी मोटर। इलैक्ट्रिक स्कूटर मे दो तरह की मोटर का इस्तेमाल होता है-१. BLDC Motor और २. PMS मोटर (BLDC और PMS Motor मे क्या अंतर है समझने के लिए इस आर्टिक्ल को देखें)
  • Controller– ये आपके स्कूटर का कंट्रोल मैकानिज़म होता है।
  • HandleBars– हैंडल बार कितने user friendly हैं वो आपको टेस्ट ड्राइव लेने पर पता चलेगा।
  • Lights– Lights इसलिए महत्वपूर्ण हैं क्यूंकी आपको अंधेरे मे इसके बिना काम नहीं चलेगा, इसलिए लाइट बेहतरीन होनी चाहिए।
  • Deck– डेक आपका information सेंटर होता है जिसमे आपको स्पीड, Range, Battery Status, Navigation वगैरह मिल जाते हैं।
  • Breaks– आपके स्कूटर को emergency control के लिए चाहिए होता है ढंग का breaking system। जरूर चेक करें की साधारण ड्रम breaks हैं या डिस्क breaks।
  • Tyres और suspension– अच्छी रोड ग्रिप के लिए आपको चाहिए अच्छी कंपनी के टायर, और आरामदायक सफर और झटको से बचने के लिए चाहिए बेहतरीन quality के suspension। इन दोनों पर ध्यान देना जरूरी है।

Electric Scooter खरीदने जाएँ तो क्या चेक करें?

Design

इलैक्ट्रिक स्कूटर खरीदने जा रहे हैं तो उसका डिज़ाइन न केवल fancy हो बल्कि मजबूत भी होना चाहिए ताकि आपको हल्के फुल्के डेंट पे ज्यादा खर्चा न आए।

डिज़ाइन अच्छा होने के साथ साथ टिकाऊ भी होना चाहिए क्यूंकी जिस तरह के Heavy Driver हमारे देश भारत मे पाये जाते हैं आपके स्कूटर को खरोच तो लग ही जानी है। इसलिए डिज़ाइन कितना अच्छा है से ज्यादा जरूरी है की कितना मजबूत है। ऐसा भी न हो की छोटे से हिस्से को रिप्लेस करने मे ज्यादा पैसा देना पड़ जाए आपको।

Price (कीमत)

कीमत दूसरा महत्वपूर्ण factor है यदि आप Electric Scooter खरीदने जा रहे हैं तो। मार्केट मे उपलब्ध समान Range के अन्य दो तीन स्कूटर देखने के बाद ही चयन करें। पॉकेट फ्रेंडली होना जरूरी है लेकिन आप थोड़ा सा मार्केट रिसर्च करेंगे तो आपको कम प्राइस मे बेहतर प्रॉडक्ट हासिल हो सकता है।

जल्दबाज़ी न करे, पहले मार्केट मे देखें उसके बाद निर्णय लें।

Range

इलैक्ट्रिक स्कूटर मे अब माइलेज कोई नहीं पूछता बल्कि पूछते हैं Range- यानि आपका स्कूटर एक चार्ज मे कहाँ तक जाएगा या उसकी रेंज कितनी है।

हमारा मानना है की स्कूटर आप लेने जा रहे हैं तो कम से कम 100 से 150 किलोमीटर की रेंज जरूर होनी चाहिए, जिससे की आपकी Maximum Requirements पूरी हो जाएंगी। १०० से १५० किलोमीटर रेंज होने का मतलब है की आप Out Station के अलावा सारे काम हो सकते हैं।

Electric Scooter Battery Kaun Si Behtar Hai Fixed or Removable?

Fixed Battery के बजाय Removable Battery के कई फायदे हैं- जैसे की

  • Removable Battery को आप स्कूटर से निकालकर अलग से चार्जिंग मे लगा सकते हैं।
  • चार्जिंग स्टेशन पे चार्ज होने का इंतेजार करने की बजाय आप बैटरी स्वाइप करके २ मिनट मे charged battery लेकर अपनी Discharged बैटरी से अदला बदली कर सकते हैं।
  • Removable Battery सिस्टम होने की स्थिति मे आप एक extra बैटरी रख सकते हैं जो चार्ज होकर रखी रहेगी और आपको urgency मे wait नहीं करना पड़ेगा।
  • ज़्यादातर कंपनियाँ Removable Battery देना बंद कर दे रही हैं क्यूंकी वो चाहती हैं की आप उनसे ही जुड़े हैं और Battery से जुड़ी किसी समस्या की स्थिति मे सर्विस सेंटर पर ही आपका काम हो।
  • हालांकि ऐसा नहीं है की Removable Battery ही सही है, फ़िक्स्ड Battery भी उतना ही परफॉर्मेंस देती हैं जितनी की कोई Removable Battery। सिर्फ आपको थोड़ी ज्यादा Flexibility मिल जाती है।

Charging Time

इलैक्ट्रिक स्कूटर खरीदन्ने से पहले चार्जिंग टाइम जरूर चेक करें, ज्यादा टाइम चार्ज होने मे लेने वाले स्कूटर emergency मे बेकार साबित हो सकते हैं। इसलिए आपको चाहिए कम समय मे फास्ट चार्जिंग वाला इलैक्ट्रिक स्कूटर। और साथ मे आपको यह भी देखना चाहिए की घर पे इलैक्ट्रिक स्कूटर चार्ज करने के लिए क्या क्या चाहिए होगा, क्या आपको अपने घर की वाइरिंग मे कुछ मेजर बदलाव तो नहीं करने पड़ेंगे।

Motor Type

बैटरी के बाद Electric Scooter Motor ही मुख्य पार्ट है, इसकी ताकत पे ही आपके स्कूटर की रफ्तार तय होती है। मोटर की क्षमता किलोवाट मे मापी जाती है, २ किलोवाट की मोटर के मुक़ाबले ४ किलोवाट की मोटर दुगनी पावर देगी। यानि जितना ज्यादा किलोवाट उतनी ज्यादा पावर।

Electric Scooter मे दो तरह की मोटर का इस्तेमाल होता है-

  • BLDC- Brush Less DC Motor
  • PMSM- Permanent Magnet Synchronous Motors
  • BLDC Motor की परफॉर्मेंस थोड़ी कम होती है और सस्ती पड़ती है और PMS Moter की परफॉर्मेंस ज्यादा अच्छी होती है और मेंहगी होती है।
  • BLDC की अपेक्षा PMS Motor ज्यादा सुरक्षित और Long Lasting होती हैं। DC मोटर की अपेक्षा AC मोटर आपके लिए बेहतर होगी।
  • BLDC vs PMS Motor को अच्छे से समझने के लिए इस लिंक पर क्लिक करें-

Service Center

बैटरी, मोटर, परफॉर्मेंस इन सबसे ज्यादा जरूरी एक और चीज है – वो है सर्विस सेंटर। अगर कंपनी के पास proper service सेंटर और Customer Support सिस्टम नहीं है तो आपको आगे चलकर परेशानी हो सकती है।

Electric Scooter खरीदने जाएँ तो Service Center की स्थिति, location सब अच्छे से पता होना चाहिए। क्यूंकी आजकल मार्केट मे कई सारी नई नई इलैक्ट्रिक स्कूटर कंपनियाँ आ तो गई हैं लेकिन कइयों के पास ढंग का Service System मौजूद नहीं है।

Brand Value

Brand Value का मतलब आप जिस भी कंपनी का स्कूटर ले रहे हैं उसका पिछला रेकॉर्ड कैसा है वो देखना। यदि कोई कंपनी नई नई मार्केट मे आई है और उसके पीछे किसी अनुभवी कंपनी का बैकप नहीं है तो आपको दिक्कत हो सकती है।

इसके साथ ही यही कंपनी नामी है उसके पार पूर्व अनुभव है तो आपको अच्छी सर्विस और quality product मिलने की ज्यादा उम्मीद है। इसलिए ब्रांड वैल्यू जरूर consider करें।

Benefits of Electric Scooter in India

Electric Scooter के बहुत सारे लाभ हैं-

  • Savings– जैसे जैसे पेट्रोल डीजल के दाम बढ़ रहे हैं उस हिसाब से आपके लिए इलैक्ट्रिक स्कूटर काफी किफ़ायती सौदा है। आमतौर एक इलैक्ट्रिक स्कूटर 40000 किलोमीटर चलने के बाद अपनी कीमत अदा कर देता है। एक पेट्रोल स्कूटर, 40000 किलोमीटर पेट्रोल से चलने मे आपको करीब 1,60,000 का पेट्रोल पी लेता है।
  • Environment Friend न धुवा न शोर, यदि देश के सारे वहाँ इलैक्ट्रिक हो जाएँ तो सड़के बिना ध्वनि प्रदूषण और बिना वायु प्रदूषण के हो जाएंगी। सेहत के लिए अच्छा है इलैक्ट्रिक स्कूटर।
  • Easy to Ride– इसको चलाना भी बहुत आसान है, दूसरे पारंपरिक स्कूटर की तुलना मे इसे चलाना ज्यादा आसान है और इसमे रिर्वस गियर भी होता है।
  • Low Maintenance– इसका रखरखाव बहुत ही कम है आपको इसके लिए कुछ खास खर्च नहीं करना पड़ता जैसे ही पारंपरिक स्कूटर मे आपको रेगुलर सर्विस और ओइलिंग करनी जरूरी है इसमे ऐसा कुछ भी नहीं है।
  • Extra Features– Electric Scooter मे आपको मिलते हैं कुछ अद्भुत features जैसे- Navigation, Touch Screen, Mobile Connectivity, Mobile Charging, Cruise Control, Sound इत्यादि बड़े कमाल के फीचर्स हैं जो आपको पुराने स्कूटर मे नहीं मिलता।

Disadvantages of Electric Scooter in India

इलैक्ट्रिक स्कूटर खरीदने जा रहे हैं तो इसके ज्यादा नहीं कुछ Disadvantages भी हैं जिनके बारे मे चर्चा करना जरूरी है-

  • एक सीमित दूरी मे काम करता है– चूंकि अभी भारत मे नाम मात्र के चार्जिंग स्टेशन हैं तो आप इसे एक सीमित दूरी के बाहर नहीं ले जा सकते। या ऐसा कहें ये सिर्फ लोकल ट्रैवल के लिए काम करता है।
  • कीमत ज्यादा है– यदि आप 100 से 150 किलोमीटर रेंज वाला Electric Scooter खरीदते हैं तो इसकी कीमत पारंपरिक पेट्रोल स्कूटर से ज्यादा है। हालांकि ये पेट्रोल की बचत करता है लेकिन तत्काल तौर पर आपको ज्यादा पैसे देने होंगे।

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RJ Yaduvanshi, a prolific writer with a passion for history, sociology, and socio-political matters, has been captivating readers for the past 12 years. His insightful and thought-provoking writings have graced various platforms like Quora, Wikipedia, shedding light on the intricacies of the human experience and our shared history. With a profound understanding of the social fabric, RJ Yaduvanshi continues to contribute to the world of literature and knowledge.

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