Terrace Garden आज का सबसे अच्छा कान्सैप्ट है। यदि आप ऐसे घर मे रह रहे हैं जिसमे आपके पास अपनी छत भी है तो आप अपनी छत को Terrace गार्डेन मे बादल सकते है। इस आर्टिक्ल मे आपको हम कुछ ऐसे बेहतरीन फलदार पौधे बताएँगे जिन्हे आप आसानी से अपने छत पर लगा सकते हैं जिनसे आपको बहुत सारे फल तोड़ने को मिलेंगे।

Terrace Gardening की शुरुआत कैसे करें इसकी जानकारी आपको इस लिंक से मिल जाएगी। जिसमे आप गार्डेनिंग के लिए गमले से लेकर मिट्टी का चुनाव और बीज उगाने तक की जानकारी मिल जाएगी।

Best Fruit Plants for Terrace Garden:

चूंकि हम छत पर इन फलदार पौधों को लगाने वाले हैं तो हमे ऐसे पौधों का चुनाव करना होता है जिनकी जड़ें ज्यादा गहराई तक नहीं फैलती हों और जो हमारे गमले मे आसानी से फिट हो सके और हमे फल मिल सके।

सबसे पहले आपको ये समझना होगा की छत पर आप सभी तरह के फलदार पौधो जो ग्राफ्टिंग विधि से तैयार हैं उन्हे लगा सकते हैं लेकिन जो बड़े पेड़ वाले पौधे हैं जैसे आम, सेब, लीची, जामुन ये सब बड़े पेड़ मे लगने वाले फल हैं। इनमे आपको बहुत कम Fruits तोड़ने को मिलेंगे।

चलिये आपको हम बताते हैं कुछ ऐसे फलदार पौधे जिन्हे लगाकर आप ज्यादा से ज्यादा फल तोड़ सकेंगे।

1. अंगूर (Graphs)

अंगूर एक बेल वाला पौधा है जिसे आप एक 2 फीट चौड़े और 2 फीट गहरे गमले या GrowBag मे आसानी से उगा सकते हैं। इसके लिए आपको ग्राफ्ट किया हुआ पौधा नर्सरी से लाना होगा क्यूंकी बीज से उगाया गया पौधा फल देने मे ज्यादा समय लेता है।

इसको चढ़ने के लिए सहारे की जरूरत होती है जो आप छत पर नेट लगाकर एक जाल तैयार कर सकते हैं जिससे इसको फैलने के लिए पर्याप्त जगह मिल सकेगी।

लगाने का सबसे अच्छा समयबरसात का सीजन (जुलाई – अगस्त)
कटिंग (Pruning) का समयसर्दियों मे इसकी कटिंग करनी होती है ताकि बसंत आते आते इसमे नए पत्ते और शाखाये निकाल आयें।
फल आने का समयफरवरी- मार्च
Nutrition की जरूरतCompost, VermiCompost, Kitchen Waste अर्थात केले के छिलके, अंडे के छिलके, सब्जियों के छिलके से बनी खाद, नीम की खाली आदि से इसको जरूरी पोषण मिल जाएगा।

2. पपीता (Papaya)

पपीता बहुत ही आसानी से उगाया जा सकने वाला पौधा है। इसमे फल भी काफी आते हैं। इसको लगाने के लिए आप सीधे गमले मे बीजारोपण कर सकते हैं चाहे तो किसी छोटे पॉट मे पहले नर्सरी तैयार कर लें फिर उसको मुख्य गमले मे ट्रान्सफर कर सकते हैं।

चूंकि पपीते का पौधा थोड़ा सा मोटा होता है तो आप इससे कम से कम 2×2 फीट के गमले लगाएँ तो आपको अच्छे फल मिलेंगे। गमले को हल्का रखने के लिए आप मिट्टी कम से कम मिलाएँ और गोबर की खाद, Cocopeat, लकड़ी के बुरादे का Mixure बनाकर लगा सकते हैं। गोबर की खाद 50% मिलाएँ और बाकी दूसरे मटिरियल 50% मात्रा मे।

लगाने का सबसे अच्छा समयये आप कभी भी लगा सकते हैं बस तेज गर्मी और तेज धूप के समय अवॉइड करें।
कटिंग (Pruning) का समयकटिंग की जरूरत इसमे नहीं होती है।
फल आने का समयफरवरी- मार्च
Nutrition की जरूरतCompost, VermiCompost, Kitchen Waste अर्थात केले के छिलके, अंडे के छिलके, सब्जियों के छिलके से बनी खाद, नीम की खाली आदि से इसको जरूरी पोषण मिल जाएगा।

3. केला (Banana)

केला सभी को पसंद होता है और ये आमतौर पर आसानी से उपलब्ध होता है। इसके पौधे को आपने नर्सरी से लाना पड़ेगा और जब आपका एक पौधा तैयार हो जाएगा तो इसकी जड़ मे से दूसरे पौधे के लिए अपने आप अंकुरण होने लगेगा जिसे आप निकाल के दूसरे गमले मे लगाकर दूसरा पौधा तैयार कर सकते हैं।

छोटे Size के पेड़ वाली Verity का पौधा लगाना है आपको और इसमे से आपको अच्छे फल मिलेंगे। इसमे आपको ज्यादा कुछ केयर करने के आवश्यकता नहीं होती है, बस समय पर पानी और 15-20 दिन मे कोंपोस्ट खाद, Liquid Compost देते रहना है।

पौधा लटके न इसके लिए किसी डंडे से सहारा देना होगा।

लगाने का सबसे अच्छा समयये आप कभी भी लगा सकते हैं बस तेज गर्मी और तेज धूप के समय अवॉइड करें।
कटिंग (Pruning) का समयकटिंग की जरूरत इसमे नहीं होती है।
फल आने का समयहर मौसम मे फल देने वाला पौधा है ये
Nutrition की जरूरतCompost, VermiCompost, Kitchen Waste अर्थात केले के छिलके, अंडे के छिलके, सब्जियों के छिलके से बनी खाद, नीम की खाली आदि से इसको जरूरी पोषण मिल जाएगा।

4. चेरी (Cherry)

Chery एक बहुत ही सुंदर फलदार पौधा होता है। फल लगने से पहले ही इसके पत्ते काफी खूबसूरत लगते हैं जिससे आपके गार्डेन की शोभा भी बढ़ेगी और जब इसमे फल आएंगे तो गजब का शानदार दृश्य होगा। इसके फल पहले हरे रंग के फिर हल्के गुलामी और फिर लाल हो जाते हैं।

इसको थोड़ा एक्सट्रा केयर करने की आवश्यकता है। यह ग्राफ्टिंग या एयर लेयरिंग से तैयार किया हुआ हो तो जल्दी फल देने लगता है। ज्यादा बड़ा नहीं होता है यह पौधा लेकिन काफी घाना होना है।

इसे आप 18×18 इंच के गमले या GrowBag मे उगा सकते हैं। चेरी को बहुत कम सिंचाई की जरुरत होती है क्युकी चेरी बहुत जल्दी पककर तैयार हो जाते हैं जिस वजह से इन्हें ज्यादा गर्मी का सामना नहीं करना पड़ता। अगर इसकी खेती सूखी जलवायु में किया जाता है तो पानी की ज्यादा जरुरत पडेगी।

नमी बनाये रखने के लिए इसके उद्यान में पलवार (Mulching) बिछाना अच्छा होगा। खट्टी चेरी में उत्स्वेदन ज्यादा होता है इसीलिए इसे ज्यादा पानी की जरुरत पड़ती है।

लगाने का सबसे अच्छा समयचेरी के पौधे का रोपण फरवरी माह मे उत्तम रहता है।
कटिंग (Pruning) का समयकटिंग की जरूरत इसमे नहीं होती है।
फल आने का समयChery मई मे पकनी शुरू हो जाती है और जून मे पूरी तरह से पकने के बाद लाल हो जाती है।
Nutrition की जरूरतइसके लिए Nitrozen और पोटाश की ज्यादा मात्रा चाहिए होता है। सारसो की खली, Bone Meal, Compost, VermiCompost, Kitchen Waste अर्थात केले के छिलके, अंडे के छिलके, सब्जियों के छिलके से बनी खाद, नीम की खाली आदि से इसको जरूरी पोषण मिल जाएगा।        
कीट रोकथाम के लिए    नीम ऑइल की 4 ML मात्रा 2 लीटर पानी मे मिलकर हर हफ्ते छिड़काव करने की जरूरत है। नीम ऑइल पानी मे आसानी से घुलता नहीं है इसके लिए आप इसमे थोड़ा सा Liquid Soap मिला लें जिससे ये पनि मे पूरी तरह dissolve हो सके।
Share.

Googal Baba Blog is all about to share useful info and unique content to its readers in hindi and english. Fascinating facts and answers to all the burning questions on the hottest trending topics. From "How to train your dragon" to "Baba ji ka Thullu" and everything in between, this blog has got you covered. With a dash of humor and a sprinkle of creativity, Baba G. make learning fun and informative. So come on over and join the fun, because you never know what crazy facts and hilarious tidbits you might learn!

Leave A Reply

This site uses Akismet to reduce spam. Learn how your comment data is processed.

Exit mobile version